नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को अपने इजराइली समकक्ष मेजर जनरल योआव गैलेंट से बात की और सैन्य उपकरणों के सह-निर्माण से संबंधित प्रमुख परियोजनाओं पर चर्चा की. गैलेंट के इज़राइल के रक्षा मंत्री का पदभार संभालने के बाद सिंह ने उनसे पहली बार बातचीत की है. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सिंह ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत रक्षा उपकरणों के स्वदेशीकरण और घरेलू उत्पादन के लिए सरकार की प्राथमिकता को रेखांकित किया.
मंत्रालय के मुताबिक, उन्होंने भारत में मजबूत और विश्व स्तरीय रक्षा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र (इको सिस्टम) के विकास में इजराइली उद्योगों के सहयोग का उल्लेख किया. सिंह ने सहयोग के संबंधित क्षेत्रों, खासकर आला प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में भारतीयों कंपनियों के साथ संयुक्त उद्यमों में निवेश को गहरा करने के लिए उन्हें आमंत्रित किया.
सिंह ने ट्विटर पर कहा, “इजराइल के रक्षा मंत्री, मेजर जनरल योआव गैलेंट के साथ बात करके खुशी हुई. भारत इजराइल के साथ अपने संबंधों को अत्यधिक महत्व देता है.”
उन्होंने कहा, “दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग मजबूत करने की दिशा में उनके साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं.”
सूत्रों ने कहा कि दोनों मंत्रियों ने सैन्य उपकरणों के सह-विकास से संबंधित प्रमुख परियोजनाओं पर चर्चा की.
गैलेंट ने ट्विटर पर कहा कि दोनों पक्ष महत्वपूर्ण रक्षा परियोजनाओं को बढ़ावा देंगे.
उन्होंने कहा, “मैंने आज सुबह अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से बात की. हमने साझा सुरक्षा चुनौतियों और रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा की. इजराइल और भारत ने हाल में राजनयिक संबंधों के 30 साल पूरे होने का जश्न मनाया है. हम अपने रिश्ते को और गहरा करेंगे और महत्वपूर्ण रक्षा परियोजनाओं को बढ़ावा देंगे.”
भारत की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सिंह ने हाल में बेंगलुरु में संपन्न हुए एयरो इंडिया 2023 के दौरान भारतीय और इजराइली कंपनियों के बीच कुछ अहम समझौते होने पर प्रसन्नता व्यक्त की.
बयान में कहा गया है कि इजराइल के रक्षा मंत्री ने इस क्षेत्र में भारत की सकारात्मक भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि इजराइली सरकार दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने की इच्छुक है.
बयान के मुताबिक, “दोनों मंत्रियों ने पिछले साल स्वीकार किए गए ‘दृष्टिकोण वक्तव्य’ के प्रारू के तहत द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया.”
गैलेंट के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि उन्होंने इजराइल और भारत के बीच रक्षा संबंधों को और गहरा करने और रणनीतिक संवाद, अनुसंधान तथा विकास एवं औद्योगिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की.